कैसे जीतेंगे जब पिछले 7 टेस्ट मैचों में 9 बार भारतीय पारी ताश के पत्तो जैसे ढह गयी |

कैसे जीतेंगे जब पिछले 7 टेस्ट मैचों में 9 बार भारतीय पारी ताश के पत्तो जैसे ढह गयी |

हाल ही में भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे मेलबर्न टेस्ट में 184 रन से हार का सामना करना पड़ा, और इस हार के चलते ऑस्ट्रेलियाई टीम को सीरीज में 2-1 की अजेय बढ़त मिल गयी और 10 साल के लम्बे इंतज़ार के बाद उन्होंने बॉर्डर गावस्कर सीरीज अपने नाम की | हाला की सिडनी में होने वाला आखरी मैच भारत जीतकर सीरीज ड्रॉ कर सकता है |

भारतीय टीम के मैच हारने का एक प्रमुख कारण था बल्लेबाज़ी क्रम का ढह जाना जो इस मैच की दूसरी पारी में साफ़ नज़र आया, जैसे एक समय पर भारत का 3 विकेट खोकर 121 रन स्कोर था, और फिर पूरी टीम 155 पर ऑल आउट हो गयी | भारत ने अपने आखरी 7 विकेट मात्र 34 रन पर गवा दिए | बल्लेबाज़ी लाइन अप के इस तरीके से गिर जाने से भारत मैच ड्रॉ नहीं कर सका |

भारतीय बल्लेबाज़ी का इस तरीके से लड़खड़ाना कोई नयी बात नहीं है, ये पहले भी हुआ है लेकिन हाल ही में हुए न्यूज़ीलैण्ड सीरीज से अब तक 7 टेस्ट मैचों में भारतीय पारी इसी तरह 8 बार घुटने टेक चुकी है | पिछले 8 बार ध्वस्त हुए भारतीय टीम के इस बल्लेबाज़ी की कहानी की शुरुवात न्यूज़ीलैण्ड सीरीज के पहले मैच से ही हो गयी |

भारत का घरेलु मैदान में सबसे कम स्कोर 46
भारत का घरेलु मैदान में सबसे कम स्कोर 46

पहली बार : भारत बनाम न्यूज़ीलैण्ड के तीन मैचों की सीरीज के चिन्नस्वामी स्टेडियम में खेले गए पहले मैच की पहली इनिंग में भारतीय टीम मात्र 46 रन पर ऑल आउट हो गयी | ये भारत का घरेलु मैदान में सबसे कम स्कोर था | पांच बल्लेबाज़ तो खाता भी नहीं खोल सके |

दूसरी बार : इसी मैच की दूसरी पारी में भारत 408 रन पर मात्र 3 विकेट खोकर एक मज़बूत स्थिति में था, और न्यूज़ीलैण्ड की लीड को ख़तम कर एक बड़ा टारगेट सेट करने की तैयारी में था | लेकिन फिर भारतीय बल्लेबाज़ी की कमज़ोरी उजागर हो गयी और न्यूज़ीलैण्ड के गेंदबाज़ो ने पूरी टीम को 462 पर ऑल आउट कर दिया | भारतीय टीम ने मात्र 54 रन पर अपने आखरी 7 विकेट्स गवा दिए और भारत ये मैच 8 विकेट से हार गया |

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तीसरी बार : कहानी आगे बढ़ती है और MCA के मैदान पर भारत बनाम न्यूज़ीलैण्ड सीरीज का दूसरा टेस्ट खेला जाता है | मैदान बदल गया लेकिन भारतीय टीम के बल्लेबाज़ी की कहानी वही रही और पहली पारी में फिर भारत 50 रन पर 1 विकेट खोकर आगे बढ़ रहा था, की पूरी टीम फिर 156 पर ऑल आउट हो गयी | इस पारी में भारत ने अपने आखरी 9 विकेट्स मात्र 106 रन पर गवा दिए |

भारत ने अपने आखरी 9 विकेट्स मात्र 106 रन पर गवा दिए |
भारत ने अपने आखरी 9 विकेट्स मात्र 106 रन पर गवा दिए |

चौथी बार : इसी मैच की दूसरी पारी में भारत 127 रन पर दो बालेबाज़ खो चूका था और भारतीय पारी दो विकेट खोने के बाद पटरी पर आते दिख रहे थी की बस फिर वही लगातार विकेट खोने वाला सिलसिला शुरू हुआ और भारतीय टीम 245 पर ऑल आउट हो गयी | भारत ने मात्र 128 रन पर अपने 8 विकेट्स गवा दिए और मैच में 113 रन से हार का सामना करना पड़ा और इस जीत के साथ न्यूज़ीलैण्ड ने सीरीज में 2-0 की ऐतिहासिक बढ़त बना ली |

भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा पोस्ट मैच कांफ्रेंस में तीसरे मैच में मज़बूत वापसी करने की बात करते है और कारवां आगे बढ़ते हुए तीसरे टेस्ट के लिए वानखेड़े के मैदान में आता है | कोच गौतम गंभीर का भारतीय टीम के साथ ये पहला टेस्ट सीरीज था और पहले मैच में मिले हार के बाद से भारतीय टीम रैंक टर्नर वाली पिचों का सहारा लेते है जो बैक फायर कर जाता है |

पांचवी बार : भारत बनाम न्यूज़ीलैण्ड सीरीज के वानखेड़े में खेले गए आखरी मैच में भारत को 147 रन का लक्ष्य हासिल करना था सीरीज में 1 जीत हासिल करके लाज बचने के लिए , लेकिन भारतीय टीम 121 रन पर ऑल आउट हो गयी और 25 रन से मैच और सीरीज 3 – 0 से हार गयी | ये वाइट वाश भारत के टेस्ट इतिहास का सबसे शर्मनाक पल था |

एजाज पटेल भारत के विकेट की ख़ुशी मनाते हुए |
एजाज पटेल भारत के विकेट की ख़ुशी मनाते हुए |

छटवी बार : बहुत ही प्रतिष्ठित BGT की शुरुवात पर्थ टेस्ट से होती है, भारत पिछले 10 साल से बॉर्डर गावस्कर सीरीज का विजेता रहा है | पर्थ टेस्ट की पहली पारी में फिर भारत 150 रन पर ऑल आउट | लेकिन गेंदबाज़ो की बढ़िया गेंदबाज़ी से भारत ने वापसी की और बुमराह, जैस्वाल ,के एल राहुल और विराट कोहली जीत के नायक साबित हुए |

सातवीं और आठवीं बार : पिंक गेंद, डे नाईट टेस्ट के लिए एडिलेड में कहानी आगे बढ़ी | ऑस्ट्रेलिया पिंक गेंद टेस्ट में नंबर एक टीम है और इसमें उन्हें हराना एक मुश्किल कार्य तो था ही लेकिन आउट ऑफ़ फॉर्म चल रही भारतीय बल्लेबाज़ी ने ऑस्ट्रेलिया के लिए ये काम बहुत ही आसान बना दिया | पहली पारी में भारत 180 पर ऑल आउट और दूसरी पारी में 175 पर ऑल आउट | ऑस्ट्रेलिया ने 10 विकेट से इस मैच में जीत हासिल की और सीरीज को 1-1 की बराबरी पर ला दिया |

स्कॉट बोलैंड ऋषभ पंत के विकेट पर |
स्कॉट बोलैंड ऋषभ पंत के विकेट पर |

नौवीं बार : मेलबर्न टेस्ट की चौथी पारी में आखरी दिन भारत के सामने 340 का लक्ष्य था और मैच ड्रॉ करने के लिए 92 ओवर खेलने थे | पहले सेशन में तीन विकेट खो देने के बाद, यशस्वी जैस्वाल और रिषभ पंत ने पारी को संभाला और दूसरे सेशन में भारत ने एक भी विकेट नहीं खोया, लेकिन फिर आखरी सेशन में 21 ओवर के अंदर भारत ने मात्र 34 रन पे 7 विकेट खो दिए |

टेस्ट मैचों में ख़राब प्रदर्शन के बाद अब गौतम गंभीर के कोचिंग टेन्योर और रोहित शर्मा की कप्तानी पर सवाल उठने लगे है और फैन्स सोशल मीडिया साइट्स में इनकी जमकर आलोचना कर रहे है | बल्लेबाज़ी क्रम का बार बार घुटने टेकने की सबसे बड़ी वजह आउट ऑफ़ फॉर्म चल रहे खिलाडियों की है |

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