रिक्की पोंटिंग ने सचिन के रिकॉर्ड को लेकर कही बड़ी बात : ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज रिकी पोंटिंग का मानना है कि इंग्लैंड के बल्लेबाज जो रूट के पास उन्हें और सचिन तेंदुलकर दोनों को पछाड़ने और टेस्ट क्रिकेट का सबसे बड़ा रन-स्कोरर बनने का पूरा मौका है। रूट ने हाल ही में अपना 12,000वां टेस्ट रन बनाया और अब तक के सातवें सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं और 33 वर्षीय रूट, पोंटिंग और तेंदुलकर के कुल टोटल टेस्ट रन के रिकॉर्ड से काफी करीब है। इंग्लैंड के दाएं हाथ के स्टार बल्लेबाज जो रुट, पोंटिंग (13,378) से 1,351 रन पीछे हैं और तेंदुलकर (15,921) से 4,000 रन से भी कम पीछे हैं और श्रीलंका के खिलाफ इस महीने के अंत में शुरू होने वाली उनकी टीम की आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप श्रृंखला के दौरान इसमें और भी कटौती हो सकती है। ख़ास बात ये भी है की ये सीरीज उनके लिए होम सीरीज है। होम कंडीशन में खलेने का फायदा भी उन्हें मिलेगा। इस सीरीज को लेकर अगले 6 महीने में उन्हें लगभग 9 टेस्ट मैचेस खेलने है।
नंबर एक खिलाडी तय करेगा नयी उचाइयां : पोंटिंग ने आईसीसी रिव्यू के हालिया संस्करण में रूट की बल्लेबाजी की वीरता पर चर्चा करते हुए उनकी सराहना की और उनका मानना है कि दुनिया का नंबर 1 रैंक वाला टेस्ट बल्लेबाज और भी अधिक ऊंचाइयों तक पहुंच सकता है, अगर उसकी मौजूदा शानदार फॉर्म जारी रहती है। जब पोंटिंग से मेजबान संजना गणेशन ने पूछा कि क्या रूट टेस्ट क्रिकेट में तेंदुलकर के रनों के विशाल आंकड़े को पीछे छोड़ सकते हैं, तो उन्होंने कहा, “वो संभावित रूप से ऐसा कर सकते हैं।”
रिकॉर्ड के बेहद करीब : जो रुट के बारे में रिक्की पोंटिंग ने कहा की “वो 33 साल का है… (3000 से अधिक) रन पीछे। यह निर्भर करता है कि वे कितने टेस्ट मैच खेलते हैं, लेकिन अगर वे साल में 10 से 14 टेस्ट मैच खेल रहे हैं और अगर आप साल में 800 से 1000 रन बना रहे हैं , तो इस तरह का कहना है कि उसे वहां पहुंचने में केवल तीन या चार साल ही बचे हैं, इसलिए वह उसे 37 (वर्ष की आयु) तक हासिल कर पायेगा। “अगर उसकी भूख अभी भी बनी हुई है, तो पूरी संभावना है कि वह ऐसा कर सकता है।”
अपना बेस्ट परफॉरमेंस दे रहे : रूट ने पिछले महीने नॉटिंघम में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना 32वां टेस्ट शतक बनाया था, जो पिछले साल की शुरुआत के बाद से ऐसा चौथी बार हुआ की वो तिहरे आंकड़े तक पहुंचा है। जबकि रूट की टेस्ट शतक संख्या अभी भी तेंदुलकर की 51 शतक की विशाल संख्या से काफी पीछे है, पोंटिंग ने कहा कि हाल के दिनों में इंग्लैंड का ये बल्लेबाज अपनी अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलने में कितना बेहतर हो गया है। जो रुट ने पिछले कुछ समय से अपने कन्वर्शन रेट में काफी सुधार किया है। ये चर्चा हमेशा होती रहती है की कोई बल्लेबाज़ 30 साल की उम्र वाले समय में अपना सबसे बेस्ट परफॉरमेंस देता है और जो रुट के साथ भी यही बात देखने मिल रही है।
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कन्वर्शन रेट में की है सुधार : जो रुट के कन्वर्शन रेट की बात करे तो चार या पांच साल पहले, वह बहुत सारे 50 रन बना रहे थे और आगे बढ़ने और शतक बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे और हाल ही में वो एक अलग बल्लेबाज़ी के फ्रेम में लग रहे है। अब “लगभग हर बार जब वो 50 तक पहुंचता है, तो वो आगे बढ़ता है और एक बड़ा शतक बनाता है। इसलिए ये उसके लिए सबसे बड़े कामयाबी की ओर लेकर जाने वाला बदलाव है। टेस्ट में जब जो रुट और 1351 रन स्कोर करेंगे तो वो पांच दिग्गज खिलाडियों को पीछे कर दूसरे नंबर पर आ जाएंगे। जिसमे खुद रिक्की पोंटिंग, जैक कैलिस, राहुल द्रविड़, एलिस्टर कुक और कुमार संगकारा शामिल है।