2024 श्रेयस अय्यर के लिए बेहद खास साल साबित हुआ। भले ही उन्होंने चुनौतियों का सामना किया, जैसे कि भारतीय टीम की प्लेइंग इलेवन से बाहर होना और बीसीसीआई के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर किया जाना, लेकिन अय्यर ने शानदार वापसी की। उन्होंने अपनी टीमों को दो बड़े खिताब दिलाए और सभी प्रारूपों में अपनी काबिलियत साबित की।
आईपीएल में चमक: श्रेयस अय्यर ने केकेआर को दिलाया तीसरा खिताब
श्रेयस अय्यर की वापसी का आगाज़ 2024 के इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) से हुआ। कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) की कप्तानी करते हुए, अय्यर ने एक ऐसा प्रदर्शन किया, जिसने 2014 के बाद पहली बार केकेआर को आईपीएल ट्रॉफी दिलाई।
अय्यर की कप्तानी में केकेआर ने लीग चरण में 14 में से 9 मैच जीते, प्लेऑफ में जगह बनाई और फिर चौथी बार फाइनल में पहुंचा। फाइनल में, केकेआर ने सनराइजर्स हैदराबाद को लो-स्कोरिंग मुकाबले में हराकर तीसरी बार खिताब जीता।
अय्यर ने बल्ले से भी शानदार योगदान दिया, 15 मैचों में 39 की औसत से 351 रन बनाए। उनकी कप्तानी और प्रदर्शन ने इस जीत को और खास बना दिया, जो उनके साल का पहला बड़ा खिताब था।
रणजी ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन
साल की शुरुआत में टेस्ट टीम से बाहर होने के बाद, अय्यर ने रणजी ट्रॉफी में जोरदार वापसी की। अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में मुंबई का प्रतिनिधित्व करते हुए, अय्यर ने चार मैचों में 90.40 की औसत से 452 रन बनाए, जिसमें दो शतक शामिल थे।
इस प्रदर्शन ने उन्हें मौजूदा रणजी ट्रॉफी सीज़न में मुंबई का सबसे बड़ा स्कोरर बना दिया और लाल गेंद क्रिकेट में उनकी क्षमता को उजागर किया।
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में भी दिखाया दम
प्रारूप बदलते हुए, अय्यर ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (SMAT) में अपनी फॉर्म जारी रखी और मुंबई को उनकी दूसरी ट्रॉफी जिताई।
टी20 टूर्नामेंट में, अय्यर ने 9 मैचों में 49.28 की औसत और 188.52 के स्ट्राइक रेट से 345 रन बनाए। उनके प्रदर्शन में एक शतक और एक अर्धशतक शामिल था, जिससे उन्होंने खुद को एक भरोसेमंद टी20 खिलाड़ी साबित किया।
उनकी कप्तानी में, मुंबई ने 6 में से 5 लीग मैच जीते, नॉकआउट चरण में पहुंचा और फाइनल में मध्य प्रदेश को 5 विकेट से हराकर खिताब जीता।
ईरानी कप में मुंबई की ऐतिहासिक जीत का हिस्सा
श्रेयस अय्यर का ट्रॉफी जीतने का सिलसिला यहीं खत्म नहीं हुआ। वह अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में ईरानी कप जीतने वाली मुंबई टीम का हिस्सा भी थे। यह जीत 27 साल बाद मुंबई के लिए पहली ईरानी कप ट्रॉफी थी, जो अय्यर के शानदार साल में एक और उपलब्धि जोड़ती है।
चुनौतियों से उभरकर साबित किया खुद को
2024 में अय्यर को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा। साल की शुरुआत में इंग्लैंड के खिलाफ पहले दो टेस्ट मैचों में खराब प्रदर्शन के चलते उन्हें भारतीय टेस्ट टीम से बाहर कर दिया गया। इसके अलावा, घरेलू क्रिकेट में उपलब्ध न होने के कारण उन्हें बीसीसीआई के वार्षिक अनुबंध से भी बाहर कर दिया गया।
इन चुनौतियों के बावजूद, अय्यर ने जोरदार वापसी की और अपनी टीमों को कई खिताब दिलाए। उन्होंने सभी प्रारूपों में शानदार प्रदर्शन किया और खुद को भारतीय क्रिकेट में एक प्रमुख खिलाड़ी और नेता के रूप में स्थापित किया।
आईपीएल में केकेआर को खिताब दिलाने से लेकर मुंबई को एसएमएटी और ईरानी कप में जीत दिलाने तक, श्रेयस अय्यर का 2024 दृढ़ता और समर्पण का साल रहा। प्रारूप बदलने और मैच जिताने वाले प्रदर्शन करने की उनकी क्षमता ने उन्हें भारतीय क्रिकेट का एक महत्वपूर्ण चेहरा बना दिया है।
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