दक्षिण अफ्रीका के युवा तेज गेंदबाज जेराल्ड कोएत्ज़ी को जोहान्सबर्ग में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच चौथे टी20आई के दौरान अनुशासनात्मक घटना का सामना करना पड़ा। इस घटना के बाद कोएत्ज़ी को ICC कोड ऑफ कंडक्ट के तहत सजा मिली है, जिसमें उनकी मैच फीस का एक हिस्सा काटा गया है और उन्हें एक डिमेरिट प्वाइंट भी दिया गया है।
यह घटना तब घटी जब दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज कोएत्ज़ी ने 15वें ओवर में भारत की पारी के दौरान एक गेंद को “वाइड” करार दिए जाने पर अंपायर के निर्णय के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की। इस तरह के आचरण को लेवल 1 उल्लंघन के रूप में माना गया है, जो अंपायर के निर्णय के खिलाफ असम्मानजनक या असहमति का प्रदर्शन करने से संबंधित होता है।
अंपायर के निर्णय पर असहमति
यह घटना तब हुई जब कोएत्ज़ी ने भारत की पारी के 15वें ओवर में एक गेंद डाली, जिसे अंपायर ने वाइड करार दिया। अंपायर के इस निर्णय पर कोएत्ज़ी ने आपत्तिजनक टिप्पणी की, जो क्रिकेट के आदर्श आचरण के खिलाफ माना गया। ICC कोड ऑफ कंडक्ट के तहत इस तरह का आचरण एक लेवल 1 अपराध के रूप में आता है।
कोएत्ज़ी ने इस अपराध को स्वीकार किया और इसके लिए उन्हें दी गई सजा को मंजूरी दी। मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट ने कोएत्ज़ी की मैच फीस का 50% कटौती और एक डिमेरिट प्वाइंट जोड़ा।
कोएत्ज़ी की प्रतिक्रिया और ICC का रुख
जेराल्ड कोएत्ज़ी ने इस आरोप को स्वीकार किया और सजा को स्वीकार करते हुए अपनी गलती मानी। मैच रेफरी ने इस मामले की समीक्षा करने के बाद कोएत्ज़ी को चेतावनी दी और एक डिमेरिट प्वाइंट जोड़ा। यह सजा और डिमेरिट प्वाइंट उन्हें क्रिकेट के उच्चतम मानकों को बनाए रखने की दिशा में एक सीख देने का प्रयास हैं।
लेवल 1 उल्लंघन आमतौर पर छोटे अपराधों को कवर करते हैं और इनसे जुड़ी सजा अपेक्षाकृत हल्की होती है। कोएत्ज़ी के इस व्यवहार को हल्के रूप में लिया गया है, लेकिन यह दर्शाता है कि खिलाड़ी को हमेशा अंपायर के फैसलों का सम्मान करना चाहिए और खेल की भावना को बनाए रखना चाहिए।
दक्षिण अफ्रीका के टेस्ट स्क्वाड में जगह
यह अनुशासनात्मक सजा कोएत्ज़ी के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ पर आई है, क्योंकि उन्होंने हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के टेस्ट स्क्वाड में अपनी जगह बनाई है। यह टेस्ट सीरीज 28 नवंबर 2024 से श्रीलंका के खिलाफ शुरू हो रही है। इस अवसर पर, कोएत्ज़ी के लिए अपनी छवि सुधारने का एक बड़ा मौका है और वह टेस्ट क्रिकेट में भी अपनी प्रतिभा दिखाने का प्रयास करेंगे।
हालांकि, इस टी20आई सीरीज में उनका प्रदर्शन विवादों में घिरा रहा, फिर भी टेस्ट सीरीज में उनका योगदान दक्षिण अफ्रीका के लिए महत्वपूर्ण रहेगा। दक्षिण अफ्रीका की टीम श्रीलंका के खिलाफ अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए कोएत्ज़ी पर भरोसा करेगी, खासकर तेज गेंदबाजी विभाग में।
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हालांकि कोएत्ज़ी के खिलाफ यह सजा उनके करियर के लिए कोई बड़ी रुकावट नहीं है, लेकिन यह उन्हें एक महत्वपूर्ण सीख देने का मौका भी है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेलते हुए खिलाड़ियों पर सिर्फ प्रदर्शन का ही नहीं, बल्कि खेल के आदर्श आचरण का भी दबाव होता है।