साउथ अफ्रीका बनाम स्कॉटलैंड : टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करे हुए साउथ अफ्रीका टीम ने इस वर्ल्ड कप का सर्वाधिक स्कोर बना दिया और स्कॉटलैंड के सामने 167 रन के पहाड़ जैसे लक्ष्य को खड़ा कर दिया।
यह मैच दो विपरीत पारियों का गवाह बना। दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया, जिसमें तीन बल्लेबाजों ने 40 रन बनाए, जबकि स्कॉटलैंड की टीम उनके प्रदर्शन से मेल खाने में विफल रही। स्कॉटलैंड द्वारा छोड़ी गई कैच ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, अगर ये कैच लिए जाते तो नतीजा बदल सकता था।
पावरप्ले के बाद भी स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया। दक्षिण अफ्रीका की महिलाओं ने नियमित अंतराल पर विकेट लिए। पावरप्ले के तुरंत बाद नोनकुलुलेको म्लाबा की एंट्री ने दो जल्दी विकेट गिराए, जिससे स्कॉटलैंड और भी पीछे चला गया। स्कोरबोर्ड बेहद निराशाजनक था, जिसमें केवल दो बल्लेबाजों ने दो अंकों में पहुंचा और कोई भी 15 रन से अधिक नहीं बना सका।
स्कॉटलैंड की महिलाओं ने शुरुआत से ही बल्लेबाजी में संघर्ष किया, एक विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए एक ऐसी पिच पर जो दूसरी पारी में स्पिन को काफी बढ़ावा दे रही थी। दक्षिण अफ्रीका ने शुरुआती दबाव बनाने के लिए पहले तीन ओवरों में तीन अलग-अलग गेंदबाजों को घुमाया। तीसरे ओवर में च्लोए की एंट्री ने पहली सफलता दिलाई, और इसके बाद तेज गेंदबाज खाका ने उस गति का फायदा उठाते हुए दूसरे ओपनर को भी आउट कर दिया। स्कॉटलैंड पावरप्ले में ही गहरे संकट में आ गई, तीन विकेट खोकर। पॉवरप्ले में मिले ख़राब शुरुवात से वो उभर नहीं पाए और पूरी टीम 86 रन पर ऑल आउट हो गयी।
दक्षिण अफ्रीका की महिलाओं के लिए एक शानदार जीत! यही वह प्रदर्शन था जिसकी उन्होंने कल्पना की थी, और उनके खिलाड़ियों ने हर मोड़ पर बेहतरीन खेल दिखाया। 80 रन से बहुत बड़ी जीत!
ऑस्ट्रेलिया के जीत से भारतीय टीम की मुश्किलें बढ़ी।
इस जीत से पॉइंट्स टेबल उन्होंने अपना दबदबा बरक़रार रखा है और तीन मैच में से दो मैच जीतकर 4 पॉइंट्स और प्लस 1.527 से अपने नेट रन रेट को भी मज़बूती दी है।