सिकंदर रज़ा ने 43 गेंदों में नाबाद 133 रन बनाकर 15 छक्कों के साथ ज़िम्बाब्वे के लिए टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक नया रिकॉर्ड बना दिया। यह धमाकेदार पारी आईसीसी पुरुष टी20 विश्व कप अफ्रीका सब रीजनल क्वालिफायर बी में गाम्बिया के खिलाफ खेली गई।
ज़िम्बाब्वे ने 344/4 का विशाल स्कोर बनाया, जो 2023 में नेपाल द्वारा मंगोलिया के खिलाफ बनाए गए 314/3 के पिछले उच्चतम स्कोर को पार कर गया। ज़िम्बाब्वे ने इस महीने की शुरुआत में सेशेल्स के खिलाफ 286/5 का स्कोर बनाकर शीर्ष पांच में जगह बनाई थी। इसके एक हफ्ते पहले भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ 297/6 बनाकर इस सूची में प्रवेश किया था।
रज़ा का यह शतक ज़िम्बाब्वे के लिए पुरुषों के टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पहला शतक है। इससे पहले उनका उच्चतम स्कोर डियोन मायर्स का रवांडा के खिलाफ 96 रन था। रज़ा के 15 छक्के पुरुषों के टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में किसी खिलाड़ी द्वारा चौथे सबसे ज्यादा छक्के हैं।
रज़ा का शतक सिर्फ 33 गेंदों में आया, जो पुरुषों के टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दूसरा सबसे तेज शतक है। इस्टोनिया के साहिल चौहान ने 27 गेंदों में शतक बनाकर इस रिकॉर्ड की शुरुआत की थी। नामीबिया के जैन निकोल लॉफ्टी-ईटन ने भी 2024 में 33 गेंदों में शतक लगाया था।
Highest totals in men’s T20Is
ज़िम्बाब्वे की रिकॉर्ड-ब्रेकिंग पारी में कुल 27 छक्के शामिल थे, जो पुरुषों के टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा छक्के हैं। इससे पहले नेपाल ने मंगोलिया के खिलाफ 26 छक्के लगाए थे।
स्टीव स्मिथ ने खुद बताया बॉर्डर गावस्कर सीरीज में नंबर 4 पर बल्लेबाज़ी करने का कारण।
ज़िम्बाब्वे के 344 रन के जवाब में गाम्बिया सिर्फ 54 रन ही बना सकी और 15वें ओवर में ऑल आउट हो गई, जिससे यह टी20 क्रिकेट के इतिहास की सबसे बड़ी जीतों में से एक बन गई। ज़िम्बाब्वे ने यह मैच 290 रनों से जीता।