सूर्यकुमार ने खोला राज़ आखरी दो ओवर तेज़ गेंदबाज़ो से न करवाकर क्यों खुद और रिंकू से कराया
भारत बनाम श्रीलंका : पालेकेले में भारत और श्रीलंका के बीच खेला गया तीसरा टी 20 मैच किसी ब्लॉकबस्टर मूवी से कम नहीं था। शुरू के दो मैचों में मिले हार से श्रीलनकाई टीम हताश थी और उन्हें वाईट वॉश होने से बचना था। आखरी मैच जीतकर वो अपनी साख बचाना चाहते थे। भारत जो की पहले ही सीरीज जीत चूका था, इस मैच में अपने काफी महत्वपूर्ण खिलड़ियों को रेस्ट दे दिया जैसे इसमें रिषभ पंत, हार्दिक पंड्या, अर्शदीप सिंह और अक्सर पटेल नहीं खेल रहे थे। इनकी जगह संजू सेमसन, शिवम् दुबे, खलील अहमद और वाशिंगटन सूंदर को टीम में जगह दी गयी।
मैच का हाल : टॉस जीतकर श्रीलंकाई कप्तान असलंका ने गेंदबाज़ी करना सही समझा और शुरू से ही उनके गेंदबाज़ भारतीय बल्लेबाज़ों पर हावी थे। नौ ओवर में मात्र 48 रन पर भारत ने अपने 5 विकेट्स खो दिए थे। शुभमन गिल और रियान पराग ने भारत का स्कोर 100 के पार ले गए और पारी के अंत में वाशिंगटन सुन्दर के 25 रन के बदौलत भारत का स्कोर 9 विकेट के नुक्सान पर 137 जा पंहुचा। 138 चेस करते हुए श्रीलंका के बल्लेबाज़ों ने काफी तेज़ शुरुवात की और 16 वे ओवर में मात्र 1 विकेट खोकर 110 रन बना चुके थे।जब 28 गेंदों पर 28 रन की ज़रूरत थी तब श्रीलंका के विकेट गिरने का सिलसिला शुरू हुआ और अगले दो ओवर में 4 विकेट्स खो दिए। वाशिंगटन सुन्दर और रवि बिश्नोई 2 – 2 विकेट्स लेने में कामयाब रहे।
आखरी दो ओवर का रोमांच : आखरी दो ओवर में श्रीलंका को जीत के लिए अभी सिर्फ 9 रन चाहिए थे और भारत के तेज़ गेंदबाज़ खलील अहमद और मुहम्मद सिराज के 1 – 1 ओवर बचे थे। कोई भी कप्तान ऐसे समय पर अपने 2 मुख्य गेंदबाज़ो से बोलिंग कराता है, लेकिन सूर्यकुमार यादव ने यहां रिंकू सिंह से उन्नीसवा ओवर कराया और ये दाव सही लग गया। रिंकू सिंह ने मात्र 3 रन देकर 2 विकेट ले लिए। और आखरी ओवर में अब भी श्रीलंका को मैच जीतने के लिए 6 रन की ज़रूरत थी की, खुद कप्तान सूर्यकुमार यादव ने मोर्चा संभाला और 5 रन देकर 2 विकेट हासिल किये। मैच तो टाई रहा जिसका फैसला फिर सुपर ओवर में आया जो की भारत ने आसानी से 3 रन के टारगेट को चेस कर जीत लिया।
मैच के बाद सूर्या ने बताया की क्यों उन्होंने आखरी दो ओवर रिंकू और खुद किये : सूर्या ने बताया की वो कई बार मैच में ऐसे लम्हो से गुज़रे है दूसरे कप्तानों को देखकर उन्होंने बहुत कुछ सीखा है। उन्होने आगे अपनी बात करते हुए कहा की उन्हें पता था की ऐसे समय पर कुछ अलग करना पड़ता है। सूर्या ने पहले ही रिंकू, रियान और खुद भी नेट्स में गेंदबाज़ी की प्रैक्टिस की थी। वो ये जानते थे की ऐसे धीमे विकेट पर इसके ज़रूरत पड़ेगी। रिंकू सिंह को गेंदबाज़ी करने के लिए पहले से तैयार रखा था। भारत ने सुपर ओवर में मैच आसानी से जीत लिया।
सूर्यकुमार यादव अपनी बेहतरीन प्रदर्शन के चलते प्लेयर ऑफ़ द सीरीज बन गए और वाशिंगटन सुन्दर 4 विकेट्स और महत्वपूर्ण 25 रन स्कोर कर प्लेयर ऑफ़ द मैच बन गए।