सुपर 8 से तय होगी सेमि फाइनल की राह : ग्रुप स्टेज के पड़ाव को पार कर भारत सुपर एट में दम दिखाने के लिए तैयार है, लेकिन यहाँ चुनौती ज़्यादा कठिन होगी। सुपर एट में भारत बांग्लादेश,अफ़ग़ानिस्तान और ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेगा। सेमि फाइनल में जगह बनाने के लिए 3 में से 2 मैच में जीत हासिल करना ज़रूरी है।
कब और कहाँ होंगे भारत के मैचेस : भारत 20 जून को बारबाडोस के ब्रिजटाउन स्टेडियम में अफ़ग़ानिस्तान के खिलाफ अपने सुपर एट स्टेज की शुरुवात करेगा। 22 जून को बांग्लादेश के खिलाफ भारत अपना दूसरा मैच, एंटीगुआ के नार्थ साउंड स्टेडियम में खेलेगा और सुपर एट का तीसरा और आखरी मैच भारत 2021 की चैंपियन टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ संत लुसिआ के ग्रॉस आइलेट स्टेडियम में 24 जून को खेलेगा।
भारत बनाम अफ़ग़ानिस्तान : भारत और अफ़ग़ानिस्तान के बीच इससे पहले टी 20 के 8 मुक़ाबले हुए है, हालांकि भारत ने इनमे से 7 मैचों में जीत हासिल की है जब की एक मैच बे नतीजा रहा। भारत ने अब तक अफ़ग़निस्तान पे अपना दबदबा दिखाया है, लेकिन अफ़ग़ानिस्तान के टी 20 वर्ल्ड कप के अब तक के परफॉरमेंस के अनुसार उन्हें बिलकुल भी हलके में नहीं लिया जा सकता है। और तो वो इस सोच के साथ मैदान में उतरेंगे जैसे उनके पास खोने के लिए कुछ न हो। भारत का पलड़ा वैसे अपने एक्सपीरियंस खिलाडियों के चलते भारी है।
भारत बनाम बांग्लादेश : भारत और बांग्लादेश की बात करे तो, ये दोनों टीमें अब तक 13 बार टी 20 मैचेस में एक दूसरे से भीड़ चुके है, इसमें भारत ने 12 बार जीत हासिल की है तो बांग्लादेश ने 1 मैच जीता है। हालांकि कई मैचेस में काफी करीबी मामला रहा है। कौन भूल सकता है, 2016 का टी 20 वर्ल्ड कप जिसमे धोनी ने आखरी गेंद पर रन आउट कर भारत को मैच जीताया था, बस तभी से बांग्लादेश बदले की आग में जल रहा है।
भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया : भारत के लिए सबसे बड़ी चुनौती ऑस्ट्रेलिया को हराने की है, दोनों टीमों के बीच हुए अबतक के टी 20 रिकॉर्ड के मुताबिक, 31 में से 19 मैच भारत जीता है तो, 11 मैच ऑस्ट्रेलिया के नाम रहा है।ऑस्ट्रेलिया हमेशा से सामने वाली टीम पर स्ट्रैटेजी दबाव बनाये रखता है, और उनकी यही तकनीक उन्हें चैंपियन टीम बनाता है।
भारत के प्लेइंग एलेवेन में क्या हो सकता है बदलाव : यशस्वी जैस्वाल हो सकता है की रोहित शर्मा के साथ ओपनिंग करे और विराट तीसरे नंबर पर आये तो ऐसे में शिवम् दुबे टीम से बाहर हो सकते है। एक और बदलाव ये भी हो सकता है की, प्लेइंग कंडीशंस को ध्यान में रखकर, कुलदीप यादव अक्सर पटेल को रिप्लेस कर सकते है।