इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में मिले हार से भारतीय टीम की वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के रैंकिंग पर भी असर हुआ है। भारत अब रैंकिंग में बांग्लादेश से भी नीचे पांचवे स्थान पर चला गया है। पहले इनिंग में 190 रन्स की बढ़त लेने के बाद भी भारतीय बल्लेबाज़ों ने अपने दूसरे इनिंग में बिलकुल भी दम नहीं दिखाया। अपने दूसरे इनिंग में कोई भी भारतीय बल्लेबाज़ 40 रन का स्कोर भी नहीं कर पाया।
इंग्लैंड के तरफ से प्लेयर ऑफ़ दी मैच रहे ओली पॉप ने दूसरे इनिंग में भारतीय गेंदबाज़ो के पसीने छुड़ा दिए। उन्होंने 196 रन्स की शानदार मैच विनिंग पारी खेली और इंग्लैंड को मैच में बराबरी पे लाके खड़ा कर दिया। और फिर बाकी का काम टॉम हार्टली ने पूरा कर दिया पहले इनिंग में इन्होने अपनी गेंदबाज़ी से 25 ओवर में 131 रन खर्च कर दिए और सिर्फ 2 विकेट्स ले पाए थे। लेकिन जब टॉम हार्टली आखरी इनिंग में गेंदबाज़ी करने आये तो वो बिलकुल ही अलग गेंदबाज़ लग रहे थे। उन्होंने ने अपनी गेंदबाज़ी से सभी भारतीय बल्लेबाज़ों को परेशां किया और अपने 26 ओवर में 62 रन देकर 7 विकेट्स ले लिए और इंग्लैंड को मैच भी जीता दिया।
कोहली के गैर हाज़री में भारत एक अच्छे कंसिस्टेंट परफ़ॉर्मर को ज़रूर ही मिस कर रहा है। यशस्वी जैस्वाल ने अपने परफॉर्मेंस से सभी को इम्प्रेस किया है। लेकिन फिर शुभमन गिल, श्रेयस अय्यर और खुद कप्तान रोहित शर्मा का फॉर्म भी सवालो के घेरे में आता है।
विराट कोहली तो दूसरे मैच के लिए भी टीम में नहीं है ऐसे में टीम मैनेजमेंट के सामने एक बड़ा चैलेंज यह होगा की प्लेइंग इलेवेन को कैसे एडजस्ट किया जाए। हो सकता है की शुभमन गिल या फिर श्रेयस अय्यर के जगह किसी और खिलाडी को रिप्लेस किया जाए। ऐसा करना वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के नज़रिये से बेहद ज़रूरी है। क्यूंकि मैच दर मैच यह पॉइंट्स टेबल पे असर दिखा रहा है। टीम मैनेजमेंट और कप्तान के पास इतना समय नहीं होगा की प्लेयर के फॉर्म में आने का इंतज़ार किया जाए। दूसरा टेस्ट मैच २ फेब्रुअरी से खेला जाएगा।
जो पहले दो टेस्ट मैच के लिए स्क्वाड चुना गया है उसमे इतना ऑप्शन नहीं है की किसी बैट्समेन का रिप्लेसमेंट किया जा सके, क्यूंकि सिर्फ ध्रुव जुरेल ही एक विकेट कीपर बैट्समेन है स्क्वाड में लेकिन के भरत के होते उन्हें शायद ही टीम में मौका दिया जा सकता है। गेंदबाज़ी में भारत के पास ऑप्शन ज़रूर है जैसे कुलदीप यादव, मुकेश कुमार लेकिन भारतीय टीम की चिंता का विषय गेंदबाज़ी नहीं बल्लेबाज़ी है।
दूसरी ओर भारत की ए टीम इंग्लैंड लायंस के खिलाफ खेल रही है जिसमे सरफ़राज़ खान अच्छे फॉर्म में चल रहे है , भारतीय सेलेक्टर्स के पास यह एक ऑप्शन ज़रूर है की सरफ़राज़ को टीम में ले आएं और जो प्लेयर्स आउट ऑफ़ फॉर्म चल रहे है उन्हें घरेलु क्रिकेट खेलने का मौका दे ताकि वो अपना फॉर्म दुबारा ला सके। इसके अलावा चल रहे रणजी ट्रॉफी में भी कई खिलाडियों ने लगातार अच्छे परफॉरमेंस दिए है।