इन दिनों भारत का सबसे बड़ा घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी खेला जा रहा है जिसमें 38 टीमें हिस्सा ले रही हैं। रणजी ट्रॉफी, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी, विजय हजारे ट्रॉफी ये कुछ ऐसे महतवपूर्ण टूर्नामेंट हैं जिनके प्रदर्शन के आधार पर भारत की राष्ट्रीय टीम में खिलाड़ियों का चयन होता है।
शुक्रवार को जब रणजी ट्रॉफी की शुरुआत हुई तो कई नए खिलाड़ी और कई नामी खिलाड़ियों ने अच्छे प्रदर्शन किए, लेकिन बिहार के एक खिलाड़ी वैभव सूर्यवंशी ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। वैभव मात्र 12 वर्ष के हैं और अभी से ही उन्हें काफी ख्याति मिली है।
इनके बारे में बात की जाए तो 12 साल की उम्र में भारत का सबसे बड़ा घरेलू टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी खेलना बहुत बड़ी उपलब्धि है। इस उम्र में फर्स्ट क्लास डेब्यू कर के इन्होने पहले ही सचिन तेंदुलकर और युवराज सिंह जैसे महान खिलाड़ियों को पीछे कर दिया है।
वैभव की क्रिकेट यात्रा शुरू हुई 9 साल की उम्र से जहां उनके पिताजी उन्हें सीमेंट की पिच पे कोचिंग देते थे। शुरूआती दिनों से ही वैभव पुल शॉर्ट खेलना काफी पसंद करते हैं।
वैसे तो वैभव अंडर19 इंडिया बी टीम के लिए चतुष्कोणीय सीरीज खेल चुके हैं जिनके 6 पारियों में वैभव ने 2 अर्धशतक और कुल 177 रन स्कोर किया इसके पहले उन्होंने पिछले साल हुए वीनू मांकड़ ट्रॉफी के 5 पारियों में 393 रन स्कोर किये जिस्मे अनहोने 78 की औसत से एक शतक और 3 अर्धशतक भी लगाए। इसी प्रदर्शन के आधार पर उनका चयन बिहार टीम में हुआ और अब रंजी खेलने के लिए तैयार है।