13 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी ने एक बार फिर क्रिकेट जगत को चौंका दिया है। बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले इस युवा बल्लेबाज ने आईपीएल में एक बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए राजस्थान रॉयल्स (RR) से 1.10 करोड़ रुपये (लगभग 0.13 मिलियन डॉलर) का आईपीएल अनुबंध प्राप्त किया है। यह करार वैभव के क्रिकेट करियर में एक नया अध्याय जोड़ता है और उन्हें भारतीय क्रिकेट के भविष्य के सितारों में शामिल करता है।
एक उज्जवल भविष्य की ओर
13 साल और 243 दिन की आयु में आईपीएल अनुबंध प्राप्त करने वाले वैभव सूर्यवंशी, अब सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए हैं जो आईपीएल में शामिल हुए हैं। उनके टैलेंट को देखते हुए यह कोई हैरानी की बात नहीं कि वह इतने कम समय में इस मुकाम तक पहुंचे हैं। भारत अंडर-19 टीम के सदस्य के रूप में उन्होंने पहले ही अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। हाल ही में, उन्होंने चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया अंडर-19 के खिलाफ एक चार दिवसीय मैच में ओपनिंग करते हुए शानदार शतक लगाया था।
उनका यह शतक मात्र 58 गेंदों में आया था, और इस मैच में उन्होंने 104 रन बनाकर यह साबित कर दिया कि वह भविष्य के क्रिकेट सितारे हैं। उनकी यह पारी 13 साल और 187 दिनों की आयु में खेली गई, जिसके कारण उन्होंने अंडर-19 क्रिकेट में सबसे कम उम्र में शतक बनाने का रिकॉर्ड तोड़ा। इससे पहले यह रिकॉर्ड बांग्लादेश के वर्तमान कप्तान नजमुल होसैन शान्तो के नाम था, जिन्होंने 14 साल और 241 दिन की उम्र में यह उपलब्धि हासिल की थी।
बोली की जंग और आईपीएल में एंट्री
वैभव के आईपीएल में शामिल होने की प्रक्रिया एक दिलचस्प कहानी रही। उनकी बेस प्राइस 30 लाख रुपये थी, लेकिन जैसे ही उनके टैलेंट का अंदाजा लगा, राजस्थान रॉयल्स (RR) और दिल्ली कैपिटल्स (DC) के बीच एक तीव्र बोली युद्ध शुरू हो गया। अंत में राजस्थान रॉयल्स ने यह बोली जीत ली और वैभव को 1.10 करोड़ रुपये का करार दिया। यह क़दम राजस्थान रॉयल्स के लिए एक विज़न का प्रतीक है, जो युवा प्रतिभाओं में निवेश करने का इच्छुक है और वैभव को अपनी टीम में शामिल कर एक नया सितारा पाने का इंतजार कर रहा है।
करियर की प्रमुख उपलब्धियां
वैभव सूर्यवंशी की क्रिकेट यात्रा अभी शुरू ही हुई है, लेकिन उन्होंने पहले ही कई महत्वपूर्ण मील के पत्थर पार किए हैं। इस वर्ष उन्होंने रणजी ट्रॉफी में मुंबई के खिलाफ डेब्यू किया था, जो भारतीय क्रिकेट का सबसे बड़ा पहले दर्जे का टूर्नामेंट है। उनके इस डेब्यू ने यह साबित कर दिया कि वह बड़े मंच पर खेलने के लिए तैयार हैं।
वर्तमान में, वह बिहार के लिए सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में T20 मैच खेल रहे हैं। 23 नवंबर 2024 को उन्होंने राजस्थान के खिलाफ अपना T20 डेब्यू किया, और इस प्रदर्शन ने उनके क्रिकेट करियर को और ऊंचाई पर पहुंचाया।
वैभव के करियर की एक और प्रमुख उपलब्धि रही है बिहार में आयोजित अंडर-19 टूर्नामेंट, रंधीर वर्मा ट्रॉफी में उन्होंने 332 रन की नाबाद तिहरी शतक बनायीं, जिसने क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया। यह पारी उनके अविश्वसनीय टैलेंट और मैच विनिंग क्षमता का स्पष्ट संकेत थी।
सफलता की राह
वैभव की सफलता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा उनके परिवार और कोचिंग से भी जुड़ा है। उनके पिता संजीव सूर्यवंशी, जो खुद एक क्रिकेटर रह चुके हैं, ने कभी उच्च स्तर पर खेलने का मौका नहीं पाया, लेकिन उन्होंने कोचिंग शुरू कर दी और अपने बेटे वैभव को क्रिकेट में आगे बढ़ने के लिए मार्गदर्शन दिया।
वैभव की ट्रेनिंग में उनके पिता का योगदान अत्यधिक महत्वपूर्ण रहा है। इसके अलावा, पूर्व भारतीय क्रिकेटर वसीम जाफर भी उनकी मार्गदर्शक भूमिका निभाते हैं। दोनों की मुलाकात नवंबर 2023 में बांग्लादेश में एक अंडर-19 टूर्नामेंट के दौरान हुई थी, और तब से जाफर वैभव को अपने अनुभव और सलाह दे रहे हैं।
वैभव का आदर्श क्रिकेटर ब्रायन लारा है, और जाफर से मिलने और उनके साथ संवाद करने से उन्हें खेल की बारीकियों को समझने में मदद मिली है।
आगे का रास्ता
आईपीएल 2024 के सीज़न के नजदीक आते ही, क्रिकेट जगत की नज़रें वैभव सूर्यवंशी पर होंगी। राजस्थान रॉयल्स द्वारा उन्हें साइन करना न केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि यह भारत के छोटे शहरों और कस्बों में छुपी हुई क्रिकेट प्रतिभाओं को उजागर करने का भी एक बड़ा संकेत है। वैभव की कहानी उन हजारों युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो क्रिकेट में अपना भविष्य तलाश रहे हैं, और यह सिद्ध कर देती है कि यदि टैलेंट हो, तो उम्र कोई मायने नहीं रखती।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आईपीएल में उनका भविष्य किस तरह से आकार लेता है, लेकिन एक बात तो स्पष्ट है – वैभव सूर्यवंशी का क्रिकेट करियर अभी शुरू हुआ है, और आने वाले वर्षों में वह भारतीय क्रिकेट के एक बड़े सितारे बन सकते हैं।