पुणे टेस्ट में भारतीय पारी एक बार फिर ताश के पत्ते जैसे बिखेर गयी। बैंगलोर से पुणे तक भारतीय बल्लेबाज़ों के बल्लेबाज़ी में कोई सुधार नहीं हुआ और कहानी वही रही। कप्तान रोहित शर्मा के आउट होने बाद कल क्रिस पर शुभमन गिल और यशस्वी जैस्वाल जैसे तैसे दिन के अंत तक टीके रहे, लेकिन वहीँ से न्यू ज़ीलैण्ड के स्पिन्नेरो के सामने दोनों बल्लेबाज़ असहज लग रहे थे।
जब दूसरे दिन का खेल शुरू हुआ तो, दोनों बल्लेबाज़ों ने संभलकर खलेना शुरू किया लेकिन मिशेल सेंटनेर की घूमती गेंदों को शुभमन गिल ज़्यादा समय संभाल नहीं पाए और LBW आउट होगये। इसके बाद विराट कोहली आये और बस नौ गेंदों में 1 रन बनाकर, मिशेल सेंटनेर की फुल टॉस गेंद को स्वीप मारने की कोशिश में मिस कर बैठे और बोल्ड हो गए। यशस्वी जैस्वाल का संघर्ष 30 रन पर ख़त्म हुआ जब वो ग्लेंन फिलिप्स की गेंद पर कैच आउट हुए।
एक समय भारत का स्कोर 50/1 था फिर शुरू हुआ भारतीय पारी का कोलैप्स। भारतीय टीम ने अपने अगले 9 विकेट्स सिर्फ 106 रन पर खो दिए। स्पिनर्स के खिलाफ ऐसा संघर्ष करते हुए भारतीय टीम को बहुत ही कम देखा जाता है। मिशेल सेंटनेर ने 53 रन देकर 7 विकेट्स लिए और ग्लेन फिलिप्स ने 26 रन पे 2 विकेट्स लिए।
103 रन के बढ़त के साथ न्यू ज़ीलैण्ड के बल्लेबाज़ों ने बेख़ौफ़ तरीके से अपने दूसरे पारी की शुरुवात की। जैसे उम्मीद था रोहित शर्मा ने जल्दी ही वाशिंगटन सुन्दर और आश्विन को गेंद थमा दी। लेकिन न्यू ज़ीलैण्ड के बल्लेबाज़ ये जानते थे की नई गेंद से रन बटोरा जा सकता है और पुरानी गेंद से रन करना मुश्किल होगा। 22 वे ओवर में उनके 3 विकेट खोकर 90 रन हो चुके थे। टॉम लैथम ने अपनी हाफ सेंचुरी भी स्कोर कर ली। 133 गेंद में उन्होंने 86 रन की पारी खेली जो इस खेल के नज़रिये बहुत ज़्यादा महत्वपूर्ण है। दिन का खेल ख़त्म होते होते न्यू ज़ीलैण्ड ने 5 विकेट खोकर 198 रन स्कोर कर लिए और कुल लीड 301 रन की होगयी।
रविचंद्रन अश्विन ने नाथन लायन को पीछे छोड़ते हुए WTC में एक और उपलब्धि अपने नाम की।
भारतीय पिच पे अब तक चौथे पारी में, सबसे बड़ा टारगेट भारत ने ही चेस किया है इंग्लैंड के खिलाफ 2008 में चेन्नई के मैदान में जब भारत ने 4 विकेट खोकर 387 के लक्ष्य को हासिल किया था। न्यू ज़ीलैण्ड की बल्लेबाज़ी को देखकर लगता है की वो 350 का बढ़त तो आसानी से लेलेंगे। भारत को अब यहाँ से एक रिकॉर्ड रन चेस की तैयारी करनी होगी।