भारत और बांग्लादेश के बीच खेला गया कानपूर का टेस्ट मैच हमेशा याद रखा जाएगा इतिहास के लिए। लगभग ढाई दिन का खेल बारिश के चलते न हो पाने से, कई एक्सपर्ट्स ने मैच के ड्रॉ होने का अंदाज़ा लगा लिया था। लेकिन उस समय किसी ने ये अंदाज़ा नहीं लगाया की ये मैच क्रिकेट इतिहास के रिकॉर्ड बुक में शामिल हो जायेगा ढाई दिन के बारिश के बाद जब चौथे दिन खेल शुरू हुआ तब रोहित शर्मा एंड कंपनी वो मूल्यवान WTC के 12 पॉइंट्स के लिए इतिहास रचने की तैयारी कर रहे थे, जो इस मैच को जीतकर हासिल होने वाला था। नामुमकिन से दिखने वाले इस चुनौती को भारतीय टीम के योद्धाओं ने अपने दम ख़म और काबिलियत से जीत में बदलकर मुमकिन कर दिया और बांग्लादेश को दूसरे टेस्ट में सात विकेट से हराकर WTC में अपना पहला पोजीशन और मज़बूत कर लिया।
जब चौथे दिन का खेल शुरू हुआ तो भारतीय गेंदबाज़ो ने एड़ी छोटी का ज़ोर लगाया और बांग्लादेश के पहली पारी को 233 पर रोक दिया। इसमें बुमराह ने 3 विकेट्स लिए तो आश्विन, सिराज और आकाश दीप ने 2 -2 विकेट्स लिए और रविंद्र जडेजा ने एक विकेट। ये एक विकेट लेते ही रविंद्र जडेजा के टेस्ट मैचों में 300 विकेट लेने का कीर्तिमान हासिल कर लिया। टेस्ट में सबसे तेज़ 300 विकेट और 3000 रन बनाने वाले वो इयान बॉथम के बाद दुनिया के दूसरे खिलाडी बन गए।
भारत के ओपनर्स रोहित शर्मा और यशस्वी जैस्वाल ने पारी की शुरुवात धमाकेदार तरीके से की और टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज़ टीम 50,100,150,200 और 250 स्कोर करने का रिकॉर्ड बना दिया। पहली पारी में भारतीय बल्लेबाज़ों ने सिर्फ 208 गेंद खेलकर 285 रन बना दिए जो की टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहली बार हुआ। दूसरे इनिंग में बल्लेबाज़ी करने आये बांग्लादेशी टीम पर भारत ने पहले ही 52 रन की बढ़त ले ली थी।
बांग्लादेश की तरफ से दूसरे पारी में शादमान इस्लाम और मुश्फिकुर रहीम ने 50 और 37 रन की पारी खेली। लेकिन उनके अलावा कोई और बल्लेबाज़ नहीं चल सका और पूरी पारी 146 पर निपट गयी। इसमें बुमराह, आश्विन और जडेजा की तिकड़ी ने 3 -3 विकेट्स लिए और आकाश दीप के हाथ एक विकेट लगा।
रविचंद्रन अश्विन ने रचा इतिहास: विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में 50 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज बने |
आखरी दिन में दो सेशन का खेल अभी बाकी था और भारत को जीत के लिए मात्र 95 रनो की ज़रूरत थी। अब खेल में सिर्फ औपचारिकता रह गयी थी। भारत ने इस लक्ष्य को तीन विकेट खोकर बड़ी आसानी से 18 वे ओवर की दूसरी गेंद पर हासिल कर लिया। प्लेयर ऑफ़ द सीरीज रविचंद्र आश्विन रहे, जिन्होंने 11 विकेट्स लिए और एक सेंचुरी भी स्कोर की। प्लेयर ऑफ़ द मैच अपने शानदार बल्लेबाज़ी के चलते यशस्वी जैस्वाल रहे जिन्होंने 72 और 51 रन स्कोर किये।
इस जीत के साथ भारत ने WTC के पॉइंट्स टेबल में अपना वर्चस्व बनाये रखा है। 11 में से 8 मैच जीतकर 74.24 % के साथ भारत काफी मज़बूत स्थिति में है।