बांग्लादेश ने अपने खेल में दिखाया बड़ा बदलाव, जब उन्होंने पहले दिन के बाद अपने दो प्रमुख बल्लेबाजों, महमुदुल हसन जॉय और मुशफिकुर रहीम, को जल्दी खो दिया। यह स्थिति एक पारी की हार की ओर बढ़ रही थी, लेकिन मेहिदी हसन और जाकेर अली ने इसे बदलने की ठानी।
शुरुआत में, उन्होंने बचाव का तरीका अपनाया और मुश्किल समय का सामना किया। जैसे-जैसे उन्होंने अपने शॉट खेलने शुरू किए, उनकी बल्लेबाजी में धार आ गई। इस जोड़ी ने न केवल दक्षिण अफ्रीका की बढ़त को कम किया, बल्कि उसे पार भी किया, जिससे यह मैच की सबसे बड़ी साझेदारी बन गई। जाकेर अली ने अपने डेब्यू पर अर्धशतक बनाया, लेकिन उसके बाद ज्यादा समय नहीं टिक सके।
इसके बाद, मेहिदी और नायेम हसन ने मिलकर दक्षिण अफ्रीका को और विकेट लेने से रोका। बारिश और खराब रोशनी ने भी दक्षिण अफ्रीका की योजना को बाधित किया, जिससे बांग्लादेश को राहत मिली।
दूसरी ओर, दक्षिण अफ्रीका की टीम अपनी प्रदर्शन से निराश होगी। कागिसो रबाडा ने शुरुआत में ही दो विकेट लेकर अच्छा प्रदर्शन किया। केशव महाराज ने भी एक विकेट लिया। उस समय बांग्लादेश अभी भी 100 रन से पीछे था और सिर्फ 4 विकेट खो चुके थे। लेकिन उसके बाद, दक्षिण अफ्रीका ने दबाव बनाए रखने में असफलता दिखाई और बांग्लादेश को वापसी करने का मौका दिया।
आखिरकार, महाराज ने फिर से एक विकेट लिया, लेकिन दक्षिण अफ्रीका को और सफलता नहीं मिल पाई। अब जब दूसरे नए गेंद का समय आ गया है, तो दक्षिण अफ्रीका निश्चित रूप से सुबह के सत्र में जल्दी तीन विकेट लेने की कोशिश करेगा।
बॉर्डर गावस्कर सीरीज के लिए भारतीय टीम को फ़ास्ट बोलिंग ऑल राउंडर की ज़रूरत।
बांग्लादेश ने अब 81 रन की बढ़त बना ली है, जो किसी को भी उम्मीद नहीं थी, खासकर पहले पारी के प्रदर्शन को देखते हुए। वे जितना संभव हो सके रन जोड़ना चाहेंगे ताकि एक बड़ा लक्ष्य सेट कर सकें। वहीं, दक्षिण अफ्रीका चाहेंगे कि वे सुबह के सत्र में इसे जल्दी खत्म कर दें। चौथा दिन निश्चित रूप से रोमांचक रहेगा, और परिणाम की संभावना भी बनी रहेगी।