How Axar and Navdeep's All-Round Skills Saved the Day for Their Team | अपने टीम के लिए संकट मोचक बने अक्सर और नवदीप। 



एक तरफ नवदीप सैनी और दूसरे तरफ 'बापू' अक्सर पटेल दोनों ने अपने टीमों को दुलीप ट्रॉफी में चल रहे मुक़ाबलों में मुश्किल हालात से बाहर निकाला। दोनों खिलाडियों ने अपने बल्ले और गेंद दोनों से ज़बरदस्त खेल का प्रदर्शन किया। 


इंडिया ए बनाम इंडिया बी के मुक़ाबले में पहले बल्लेबाज़ी करते  हुए इंडिया बी की टीम 94 रनो पे अपने 7 विकेट्स खो चुकी थी। इसमें कई बड़े बल्लेबाज़ रन स्कोर करने में नाकामयाब रहे। भारतीय बल्लेबाज़ी के सितारे यशस्वी जैस्वाल ने 30 रन बनाये तो सरफ़राज़ खान ने 9 और रिषभ पंत सिर्फ 7 रन बना सके। वाशिंगटन सूंदर बिना खाता खोले रन आउट हो गए और कप्तान अभिमन्यु ईस्वरन 13 रन बनाकर आवेश खान के गेंद पर कैच आउट हुए। ऐसे परिस्थिति में मुशीर खान का साथ देने आये नवदीप सैनी, वैसे ये अपने तेज़ गेंदबाज़ी के लिए जाने जाते है और भारत के लिए ODI और टी20 खेल भी चुके है। मुशीर खान का साथ देते हुए नवदीप सैनी ने 144 गेंदों का सामना किया और 56 रन बनाये, जिसमे उन्होंने 8 चौके और 1 छक्का लगाया। बल्ले से तो उन्होंने  रन किये ही साथ ही मुशीर खान के साथ मिलकर आठवे विकेट के लिए 205 रनो की पार्टनरशिप की और जिसके चलते उनकी टीम 321 जैसा सन्मानजनक स्कोर हासिल कर सकी। इसमें मुशीर खान ने 181 रन बनाये। 


जब नवदीप सैनी गेंदबाज़ी करने आये तो अपने टीम के लिए वरदान साबित हुए। उन्होंने दिन का खेल ख़तम होते 8 ओवर किये और 2 बहुत ही बड़े विकेट्स लेने में कामयाब रहे। उन्होंने सबसे पहले 25 रन पर बल्लेबाज़ी करते हुए शुभमन गिल को एक बहुत ही कलात्मक अंदर आती हुई गेंद से क्लीन बोल्ड कर दिया। और फिर पूर्व भारतीय ओपनर मयंक अग्रवाल को लेग साइड वाली गेंद पर विकेट कीपर रिषभ पंत के हाथो शानदार कैच आउट करवा दिया। इस कैच में रिषभ पंत ने कमाल की फुर्ती दिखाई। दिन ख़तम होते इंडिया ए ने 134 रन कर लिए 2 विकेट खोकर। 


दूसरे तरफ इंडिया सी और इंडिया डी के मैच में भी कहानी वही रही और अक्सर पटेल के ऑल राउंड परफॉरमेंस के चलते, इंडिया डी मैच में बराबरी बनाये हुए है। पहले बल्लेबाज़ी करते हुए इंडिया डी ने सिर्फ 34 रन पर ही अपने 5 विकेट्स खो चुके थे।इनमे श्रेयस अय्यर, देवदत्त पडिकल, श्रीकर भरत, रिक्की भुई और अथर्वा तायड़े जैसे बल्लेबाज़ आउट हो चुके थे। ऐसे में अक्सर पटेल ने टीम को मुश्किल से बाहर निकालते हुए शानदार 86 रन बनाए, वो भी तेज़ गति से। जिसके लिए उन्होंने 118 गेंदों का सामना किया और इसमें उन्होंने 6 चौके और उतने ही छक्के भी लगाए। उन्होंने 72 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाज़ी की। अपने टीम के टोटल स्कोर में से 50% से ज़्यादा स्कोर इन्होने ने ही किया, इनकी टीम 164 पे ऑल आउट हो गयी।  


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जब अक्सर पटेल गेंदबाज़ी करने आये तो चुनौती थी की इंडिया सी को 164 रन से कम पर रोकने की ताकि वो बढ़त न ले सके। इसमें हर्षित राणा ने 4 विकेट्स लिए 33 रन खर्च कर।  हर्षित राणा का साथ देते हुए अक्सर पटेल ने 46 रन पर 2 विकेट्स लिए। इसमें उन्होंने आर्यन जुयल और रजत पटीदार का विकेट लिया। जिसके चलते इंडिया सी को सिर्फ 4 रनो की बढ़त मिली और वो 168 ही कर सके। 

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